ये है असली इंटरव्य
एक नवयुवक आईएएस का इंटरव्यू देने गया। उससे पूछा गया
भारत को आजा़दी कब मिली?
उसने कहा "प्रयास तो काफी पहले शुरू हो गए थे पर सफलता 1947 में मिली।"
फिर उससे पूछा गया, "हमें आजा़दी दिलाने में महत्वपूर्ण भुमिका किसने निभाई ?"
वह बोला, "इसमें कई लोगों का योगदान रहा, किसका नाम बताऊं? यदि किसी एक का नाम लेता हूं तो अन्य के साथ अन्याय होगा।"
"क्या भ्रष्टाचार हमारे देश का सबसे बड़ा दुश्मन है?"
"इस बारे में शोध चल रहा है। सही उत्तर मैं तभी दे पाऊंगा जब रिपोर्ट देख लूं।"
इंटरव्यू बोर्ड इस नवयुवक के ओरिजनल उत्तरों से बेहद खुश हुआ। उन्होंने नवयुवक को जाने को कहा, पर यह हिदायत दी कि वह बाहर बैठे अन्य उम्मीदवारों को ये प्रश्न न बताए क्योंकि वे यही प्रश्न उनसे भी पूछेंगे।
जब नवयुवक बाहर आया तो अन्य उम्मीदवारों ने उससे पूछा कि उससे क्या प्रश्न पूछे गए हैं। इसने बताने से इन्कार कर दिया। तब संता सिंह ने कहा कि यदि प्रश्न नहीं बता सकते तो उत्तर ही बता दो। नवयुवक ने उत्तर बता दिए।
अब संता सिंह गया इंटरव्यू देने। इंटरव्यू बोर्ड ने उससे पूछा
"आपकी जन्मतिथि क्या है?"
संता-" प्रयास तो काफी पहले शुरू हो गए थे पर सफलता 1947 में मिली। "
इंटरव्यू बोर्ड वाले कन्फ्यूज हो गए। उन्होंने अगला प्रश्न दागा,
"आपके पिताजी का नाम क्या है?"
संता-"इसमें कई लोगों का योगदान रहा, किसका नाम बताऊं? यदि किसी एक का नाम लेता हूं तो अन्य के साथ अन्याय होगा।"
बोर्ड वाले हक्के बक्के रह गए। उन्होंने कहा,
"क्या तुम पागल हो गए हो?"
संता-"इस बारे में शोध चल रहा है। सही उत्तर मैं तभी दे पाऊंगा जब रिपोर्ट देख लूं।
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