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Monday, December 14, 2009

ऐ मालिक तेरे बन्दे हम,


ऐ मालिक तेरे बन्दे हम,
ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चले और बदी से टले
ताकि हँसते हुए निकले दम
ये अधेरा घना छा रहा,
तेरा इंसान घबरा रहा
हो रहा बेखबर, कुछ ना आता नजर
सुख का सूरज छुपा जा रहा
है तेरी रोशनी में वो दम,
जो अमावस को करदे पूनम
नेकी पर चलें और बदी से टले
ताकि हँसते हुए निकले दम
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम


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